प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में एक इंटरव्यू में 2002 गुजरात दंगों को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि गुजरात में 2002 से पहले भी दंगे होते रहे हैं, लेकिन उस समय एक साजिश के तहत यह दिखाने की कोशिश की गई कि 2002 के दंगे राज्य के सबसे बड़े दंगे थे।
🔹 गुजरात में 2002 से पहले भी होते थे दंगे
पीएम मोदी ने बताया कि गुजरात में 2002 से पहले भी दंगे आम थे। छोटी-छोटी बातों पर सांप्रदायिक तनाव बढ़ जाता था, और कर्फ्यू लगाना सामान्य बात थी। उन्होंने कहा कि पतंगबाजी या साइकिल टकराने जैसी मामूली घटनाओं पर भी दंगे भड़क जाते थे।
🔹 गोधरा कांड को बताया ‘अत्यंत संवेदनशील समय’
पीएम मोदी ने 2002 में हुए गोधरा ट्रेन कांड को याद करते हुए कहा कि यह एक बेहद दुखद और संवेदनशील घटना थी, जिसमें कई निर्दोष लोगों को जिंदा जला दिया गया था। उन्होंने बताया कि उस समय देश में कई बड़े आतंकी हमले हुए थे, जैसे –
✅ कंधार विमान अपहरण
✅ संसद हमला
✅ 9/11 आतंकी हमला
इस तरह के माहौल में गोधरा जैसी घटना का होना स्थिति को और भी गंभीर बना देता है।
🔹 “मुझे फंसाने की साजिश थी” – पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि राजनीतिक विरोधियों ने उन्हें फंसाने की हर संभव कोशिश की, लेकिन दो बार न्यायपालिका ने उन्हें पूरी तरह निर्दोष पाया।
🔹 गुजरात में 2002 के बाद से नहीं हुआ कोई बड़ा दंगा
पीएम मोदी ने कहा कि 2002 के बाद से गुजरात में एक भी बड़ा सांप्रदायिक दंगा नहीं हुआ। उन्होंने इसे अपनी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि बताया और कहा कि गुजरात अब विकास के पथ पर अग्रसर है।
🔹 गुजरात भूकंप से उबर ही रहा था, तभी दंगे हुए
पीएम मोदी ने कहा कि जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री बने, तब राज्य पहले ही विनाशकारी भूकंप से प्रभावित था। ऐसे मुश्किल समय में दंगे होना और भी चुनौतीपूर्ण था, लेकिन सरकार ने स्थिति को नियंत्रित करने की पूरी कोशिश की।
📢 निष्कर्ष
पीएम मोदी का यह बयान गुजरात दंगों पर नई बहस को जन्म दे सकता है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि 2002 के दंगों को लेकर उनके खिलाफ साजिश रची गई थी, लेकिन कोर्ट ने उन्हें निर्दोष पाया।
👉 इस पर आपकी क्या राय है? कमेंट में बताएं!
🔴 ताजा खबरों के लिए जुड़े रहें HourlyNews.in के साथ!